कल कल कल कल कल - The Indic Lyrics Database

कल कल कल कल कल

गीतकार - पं अनुज | गायक - कौशल्या, मधुसूदन | संगीत - शंकर राव व्यास | फ़िल्म - भारत मिलाप | वर्ष - 1942

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खेला खेल मुहब्बत का

खेला खेल मुहब्बत का

और दिल की बाज़ी हार चले

हाय हार चले

खेला खेल मुहब्बत का

और दिल की बाज़ी हार चले

ओ संसार बनाने वाले

हाय

ओ संसार बनाने वाले

छोड़ तेरा संसार चले

हाय हार चले

खेला खेल मुहब्बत का

और दिल की बाज़ी हार चले

हाय हार चले

अरमाँ लेकर आये थे

अब आँसू ले कर जाते हैं

हाय जाते हैं

अरमाँ लेकर आये थे

अब आँसू ले कर जाते हैं

तुमने जो दिल तोड़ दिया

हम तोड़ आस के तार चले

हाय हार चले

खेला खेल मुहब्बत का

और दिल की बाज़ी हार चले

हाय हार चले

उठे तेरी महफ़िल से

हाय

उठे तेरी महफ़िल से

तो दिल में एक तूफ़ान उठा

उठे तेरी महफ़िल से

तो दिल में एक तूफ़ान उठा