है ये दुनिया कौन सी ऐ दिल मुझे क्या हो गया - The Indic Lyrics Database

है ये दुनिया कौन सी ऐ दिल मुझे क्या हो गया

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - गीता दत्त | संगीत - मुकुल रॉय | फ़िल्म - सैलाब | वर्ष - 1956

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है ये दुनिया कौन सी ऐ दिल मुझे क्या हो गया
जैसे मन्ज़िल पर कोई आके मुसाफ़िर खो गया
है ये दुनिया कौन सी ऐ दिल मुझे क्या हो गया ...मैं हूँ इक पंछी अकेला इस गगन की छाओँ में (२)
उड़ते उड़ते आगया हूँ बादलों के गाओं में
अपने ही सपनों की धुन में चलते चलते सो गया
है ये दुनिया कौन सी ऐ दिल मुझे क्या हो गया ...सुन भी लो ग़म की सदायें दर्द का पैग़ाम लो (२)
डगमगाते जा रहे हैं आके हमको थाम लो
फिर ना कहना ज़िंदगी का आसरा गुम हो गया
है ये दुनिया कौन सी ऐ दिल मुझे क्या हो गया ...