धीरे से आजा री अखियन में - The Indic Lyrics Database

धीरे से आजा री अखियन में

गीतकार - राजेन्द्र कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर - सी. रामचंद्र | संगीत - सी. रामचंद्र | फ़िल्म - अलबेला | वर्ष - 1951

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धीरे से आजा री अखियन में निंदिया आजा री आजा
चुपके से नयनन की बगियन में निंदिया आजा री आजा
लेकर सुहाने सपनोंकी कलियाँ
आ के बसा दे पलकोंकी गलियाँ
पलकोंकी छोटीसी गलियन में
निंदिया आजा री आजा
तारों से छुपकर तारों से चोरी
देती है रजनी चंदा को लोरी
हँसता है चंदा भी निदियन में
निंदिया आजा री आजा
जगती है अँखिया सोती है किस्मत
दुश्मन गरीबों की होती है किस्मत
दमभर गरीबों की कुटियन में
निंदिया आजा री आजा
आँखें तो सबकी हैं एक जैसी
जैसी अमीरों की गरीबों की वैसी
किस्मत के मारों की अखियन में
निंदिया आजा री आजा