पास आ के हुए हम दूर - The Indic Lyrics Database

पास आ के हुए हम दूर

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - मीना बाजार | वर्ष - 1950

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र : पास आके हुए ( हम दूर ) -२
यही था क़िस्मत को मंज़ूर -२( नहीं तुमसे मुझे गिला कोई ) -२ दुनिया की रीत पुरानी है
कोई हँसने पर ( मजबूर यहाँ ) -२ कोई रोने पर मजबूर
यही था क़िस्मत को ...ल : ( ओ मेरे आँसू देखने वालों ) -२ ( देना मेरी गवाही ) -२
मेरे पिया से ( ये कह देना ) -२ नहीं मेरा कोई क़सूर हाय क़सूर
यही था क़िस्मत को ...( रोने वाले क्यूँ रोता है ) -२ ऐसा ही प्यार में होता है
हो परवाने इस महफ़िल में हाय महफ़िल में है जलने का दस्तूर
यही था क़िस्मत को ...