ऐ बादलों, रिमझिम के रँग लिये कहाँ चले - The Indic Lyrics Database

ऐ बादलों, रिमझिम के रँग लिये कहाँ चले

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - लता | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - चांद | वर्ष - 1959

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ऐ बादलों ...
ऐ बादलों, रिमझिम के रँग लिये कहाँ चले
झूमती उमँग लिये, प्यार की पतँग लिये
जीया मोरे सँग लिये, कहाँ चले
ओहो ओ ओहो ...

सनन-सनन पवन घूम-घूम के
बाँसुरी बजाये झूम-झूम के
??? कानों में कहे
प्यार करो, देखो न इनकार करो
अजी सुनो कहाँ चले
ओहो ओहो ...

लचक-लचक फूलों की ये डालियाँ
जाने क्यूँ बजा रही हैं तालियाँ
दिल में कोई आके कहे
प्यार करो, देखो न इनकार करो
अजी सुनो कहाँ चले$