धीरे धीरे सुबह हुई - The Indic Lyrics Database

धीरे धीरे सुबह हुई

गीतकार - इन्दीवर | गायक - येसुदास | संगीत - बप्पी लाहिड़ी | फ़िल्म - हैसियत | वर्ष - 1984

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धीरे धीरे सुबह हुई
जाग उठी ज़िंदगी
पंछी चले अम्बर को
माँझी चले सागर को
प्यार का नाम जीवन है
मंज़िल है प्रीतम की गली
डूब के सूरज फिर निकला
सारे जहां को नूर मिला
दिल के द्वारे तुमको पुकारे
एक नई ज़िन्दगी
प्यार का नाम जीवन है
मंज़िल है प्रीतम की गली
किरणों से दामन भर लो
प्रीत से तुम तन मन भर लो
जिसमे जितनी प्यास जगी
उतनी ही प्रीत मिली
प्यार का नाम जीवन है
मंज़िल है प्रीतम की गली