हर घडी बदल रही है रूप ज़िन्दगी - The Indic Lyrics Database

हर घडी बदल रही है रूप ज़िन्दगी

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - सोनू निगम | संगीत - शंकर-एहसान-लॉय | फ़िल्म - कल हो ना हो | वर्ष - 2003

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हर घडी बदल रही है रूप ज़िन्दगी
छाँव है कभी, कभी है धूप ज़िन्दगी
हर पल यहाँ जी भर जियो
जो है समाँ, कल हो ना हो
चाहे जो तुम्हे पूरे दिलसे, मिलता है वो मुश्किल से
ऐसा जो कोई कहीं है, बस वो ही सबसे हसीं है
उस हाथ को तुम थाम लो, वो मेहरबां कल हो ना हो
पलकोंके लेके साये, पास कोई जो आए
लाख संभालो पागल दिलको, दिल धडके ही जाए
पर सोच लो इस पल है जो, वो दास्तां कल हो ना हो