सावन की घटाओं - The Indic Lyrics Database

सावन की घटाओं

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - सुरैया | संगीत - NA | फ़िल्म - लेख | वर्ष - 1949

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सैयाँ से बिछड़ गई हो मोरे राम

सैयाँ से बिछड़ गई हो मोरे राम

सा : मेरी दुनिया उजड़ गई हो मोरे राम

अ : जीवन के दिन कैसे बिताऊँ हाय कैसे बिताऊँ

दिल पे जो बीते कह भी न पाऊँ हाय कह भी न पाऊँ

मैं तो मुशकिल में पड़ गई हो मोरे राम

सा : मेरी दुनिया उजड़ गई हो मोरे राम

न हम उनके न वो हमारे हाय न वो हमारे

रात को रोरो दिल ये पुकारे

चाँदनी रुत किधर गई हो मोरे राम

अ : सैयाँ से बिछड़ गई हो मोरे राम

बिरहा के दुख मुझसे उठे न हाय मुझसे उठे न

हाय सजनवा मेरे हुये न हाय मेरे हुये न

दिल दे के मैं मर गई हो मोरे राम

सा : मेरी दुनिया उजड़ गई हो मोरे राम

प्यार बना था जिसका खेवैया हाय जिसका खेवैया

डूब रही है आज वो नइया

मेरी क़िसमत बिगड़ गई हो मोरे राम

अ : सैयाँ से बिछड़ गई हो मोरे राम