आवाज़ दे रहा है कोई आस्मान से - The Indic Lyrics Database

आवाज़ दे रहा है कोई आस्मान से

गीतकार - शकील | गायक - सुधा मल्होत्रा | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - गौहर | वर्ष - 1953

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आवाज़ दे रहा है कोई आस्मान से
आजा मेरे जहाँ में अपने जहान से
आवाज़ दे रहा है कोई

बेचैन कर रहीं हैं बुलावे की हर सदा
हर साँस पे धड़कता है यूँ आज दिल मेरा
जैसे हवा की मौज से बुझने लगे दिया
बुझने लगे दिया
ये राज़ वो है कह न सकूं जो ज़ुबान से
आजा मेरे जहाँ में अपने जहान से
आवाज़ दे रहा है कोई

पलकों में आँसुओं को छुपाये हुए हूँ मैं
तारों से अपने घर को सजाये हुए हूँ मैं
साजन की धुन ज़बाँ पे लाये हुए हूँ मैं
लाये हुए हूँ मैं
है बेखबर ज़माना मेरी दास्तान से
आजा मेरे जहाँ में अपने जहान से
आवाज़ दे रहा है कोई$