तुम आए तो हवाओं मन और क्या - The Indic Lyrics Database

तुम आए तो हवाओं मन और क्या

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - सहगान, अलका याज्ञनिक, अभिजीत | संगीत - जतिन, ललित | फ़िल्म - फिर भी दिल है हिंदुस्तानी | वर्ष - 2000

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अभि: तुम आये तो हवाओं में इक नशा है
तुम आये तो फ़िज़ाओं में रंग सा है
ये रंग सारे हैं बस तुम्हारे
और क्या और क्या और क्या -२ए हे हे हा हा हा -२तुम आये हो तो देख लो
नया-नया सा लगे ये जहाँ, हो
हा हा हा हा हो हो
अल: हसीं-हसीं है ये ज़मीं
धुला-धुला सा है ये आस्माँ
तुम हो तो है ये समाँ
और क्या और क्या और क्या -२धड़क रहा है दिल मेरा
झुकी-झुकी हैं पलकें यहाँ, हो
हा हा हा हा हो हो
अभि: जो दिल में हो वो कह भी दो
रुकी-रुकी सी है ये दास्ताँ
जज़्बात माँगे ये ज़बाँ
और क्या और क्या और क्या -२अ: तुम आये तो हवाओं में इक नशा है
तुम आये तो फ़िज़ाओं में रंग सा है
ये रंग सारे हैं बस तुम्हारे
और क्या और क्या और क्या -२