मन क्यों बहाका रे बहाका आधिइ रात को - The Indic Lyrics Database

मन क्यों बहाका रे बहाका आधिइ रात को

गीतकार - वसंत देवी | गायक - लता मंगेशकर, आशा भोंसले | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - उत्सव | वर्ष - 1984

View in Roman

(मन क्यों बहका रे बहका आधी रात को
बेला महका हो
बेला महका रे महका आधी रात को) -२
किसने बँसी बजाई आधी रात को
जिसने पलकें हो
जिसने पलकें चुराई आधी रात को
मन क्यों ...
बेला महका रे महका आधी रात को

झाँझर झमके सुन -३
झमके आधी रात को
उसको टोको न रोको, रोको न टोको, टोको न रोको, आधी रात को
ओ लाज लगे रे लगे आधी रात को -२
बिना सिन्दूर सोऊँ आधी रात को
बेला महका रे महका आधी रात को
मन क्यों ...

(बात कहते बने क्या आधी रात को
आँख खोलेगी बात आधी रात को) -२
हमने पी चाँदनी आधी रात को -२
चाँद आँखों में आया आधी रात को

बेला महका रे महका आधी रात को
मन क्यों ...

(रात गुनती रहेगी आधी बात को
आधी बातों की प्रीत आधी रात को) -२
रात पूरी हो कैसी आधी रात को -२
रात होती शुरू है आधी रात को

मन क्यों ...
बेला महका रे महका आधी रात को
मन क्यों ...