मेरा नाम राजू, घराना आनाम - The Indic Lyrics Database

मेरा नाम राजू, घराना आनाम

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - मुकेश | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - जिस देश में गंगा बहती है | वर्ष - 1960

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मेरा नाम राजू, घराना आनाम
बहती है गंगा जहाँ मेरा धाम
काम नए नित गीत बनाना
गीत बना के जहां को सुनाना
कोई ना मिले तो अकेले में गाना
कविराज कहे, न ये ताज रहे, न ये राज रहे, न ये राजघराना
प्रीत और प्रीत का गीत रहे
कभी लूट सके न कोई ये ख़जाना
धूल का एक बादल अलबेला
निकला हूँ अपने सफर में अकेला
चुप चुप देखूँ मैं दुनिया का मेला
काहे मान करे, अभिमान करे, मेहमान तुझे एक दिन तो है जाना
डफली उठा, आवाज मिला
गा मिल के मेरे संग प्रेम तराना