न ये चाँद होगा न तारे रहेंगे - The Indic Lyrics Database

न ये चाँद होगा न तारे रहेंगे

गीतकार - एस एच बिहारी | गायक - गीता | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - शार्त | वर्ष - 1954

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आऽऽ
न ये चाँद होगा न तारे रहेंगे
मगर हम हमेशा तुम्हारे रहेंगे
न ये चाँद होगा
बिछड़कर चले जाएँ तुमसे कहीं
तो ये ना समझना मुहब्बत नहीं
जहाँ भी रहें हम तुम्हारे रहेंगे
न ये चाँद होगा
ज़माना अगर कुछ कहे भी तो क्या
मगर तुम न कहना हमें बेवफ़ा
तुम्हारे लिए हैं तुम्हारे रहेंगे
न ये चाँद होगा
ये होगा सितम हमने पहले न जाना
बना भी न था जल गया आशियाना
कहाँ अब मुहब्बत के मारे रहेंगे
न ये चाँद होगा
आऽऽ
न ये चाँद होगा न तारे रहेंगे
मगर हम हमेशा तुम्हारे रहेंगे
न ये चाँद होगा
नज़र ढूँढती थी जिसे पा लिया है
उम्मीदों के फूलों से दामन भरा है
ये दिन हमको सब दिन से प्यारे रहेंगे
न ये चाँद होगा
कहूँ क्या मेरे दिल का अरमान क्या है
तुम्हें हर घड़ी चूमना चाहता है
कहाँ तक भला जी को मारे रहेंगे
न ये चाँद होगा
सहारा मिले जो तुम्हारी हँसी का
भुला देंगे हम सारा ग़म ज़िन्दगी का
तुम्हारे लिए हैं तुम्हारे रहेंगे
न ये चाँद होगा