दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गई - The Indic Lyrics Database

दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गई

गीतकार - ग़ालिब | गायक - गुलाम अली | संगीत - गुलाम अली, रफीक हुसैन | फ़िल्म - महराब (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1994

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दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गई
दोनों को इक अदा में रज़ामंद कर गईदेखो तो दिल-फ़रेबी-ए-अन्दाज़-ए-नक़्श-ए-पा
पहुँचे ख़िराम-ए-यार भी क्या गुल-कतर गईमहज़ार ने भी काम किया वाँ नक़ाब का
मस्ती से हर निगाह तेरे रुख़ पर बिखर गईमारा ज़माने ने 'असदुल्लाह खाँ' तुम्हें
वो वलवले कहाँ वो जवानी किधर गई