रिम झिम रिम झिम रम झुम रम झूम - The Indic Lyrics Database

रिम झिम रिम झिम रम झुम रम झूम

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - कुमार सानू | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - 1942 ए लव स्टोरी | वर्ष - 1993

View in Roman

रिम झिम रिम झिम रुम झुम रुम झुम
भीगी भीगी रुत में तुम हम हम तुम
चलते हैं चलते हैं
बजता है जलतरंग पर के छत पे जब
मोतियों जैसा जल बरसाए
बूँदों की ये झड़ी लाई है वो घड़ी
जिसके लिये हम तरसे, हो हो हो रिम झिम रिम झिमबादल की चादरें ओढ़े हैं वादियां
सारी दिशायें सोई हैं
सपनों के गाओं में भीगी सी छाँव में
दो आत्माएं खोई हैंआई हैं देखने झीलों के आइने
बालों को खोले घटाएं
राहें धुआँ धुआँ जाएंगे हम कहाँ
आओ यहीं रह जाएं