इश्क में महरुमियां जो तुम बदले जहाँ बदला - The Indic Lyrics Database

इश्क में महरुमियां जो तुम बदले जहाँ बदला

गीतकार - मुल्क राज भाखरी | गायक - सुरैया | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - नाच | वर्ष - 1949

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इश्क़ में महरूमियाँ नाकामियाँ बरबादियाँ
मेरी क़िस्मत में जो लिक्खा है मुझे मालूम हैजो तुम बदले जहाँ बदला नज़र बदली ज़माने की -२
ये आँसू चार बाकी हैं निशानी दिल लगाने की
जो तुम बदले जहाँ बदलाउजड़ना इसको कहते हैं बिगड़ना इसको कहते हैं
के न तिनके रहे ना शाख़ बाक़ी आशियाने कीजो तुम बदले जहाँ बदला नज़र बदली ज़माने की -२
ये आँसू चार बाकी हैं निशानी दिल लगाने की
जो तुम बदले जहाँ बदलाज़रा रुक जाओ मेरे आँसुओँ बहने से रुक जाओ
अभी तो इब्तेदा ही है मेरे ग़म के फ़साने कीजो तुम बदले जहाँ बदला नज़र बदली ज़माने की -२
ये आँसू चार बाकी हैं निशानी दिल लगाने की
जो तुम बदले जहाँ बदला