फिर किसी शाख ने फेंकी छाँव - The Indic Lyrics Database

फिर किसी शाख ने फेंकी छाँव

गीतकार - गुलजार | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - लिबास | वर्ष - 1988

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फिर किसी शाख ने फेंकी छाँव
फिर किसी शाख ने हाथ हिलाया
फिर किसी मोड़ से उलझे पाँव
फिर किसी राह ने पास बुलाया
लब पे आता नहीं था नाम उनका
आज आया तो बार बार आया
बेवजह बेक़रार रहते थे
बेवजह आज फिर क़रार आया
हम तो भूले हुये थे दिल को मगर
दिल ने क्यों आज हमको याद किया
क्यों कुरेद़ा पुराना ज़ख़्म उसने
क्यों किसी भूले ग़म को याद किया