मेरा जूता है जपानी ये पतलून इंग्लिस्तानी - The Indic Lyrics Database

मेरा जूता है जपानी ये पतलून इंग्लिस्तानी

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - मुकेश | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - श्री 420 | वर्ष - 1955

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मेरा जूता है जपानी ये पतलून इंग्लिस्तानी
सर पे लाल टोपी रूसी फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी
निकल पड़े हैं खुल्ली सड़क पर अपना सीना ताने
मंजिल कहाँ, कहाँ रुकना है, उपरवाला जाने
बढ़ते जाएं हम सैलानी, जैसे एक दरिया तूफानी
ऊपर-नीचे, नीचे-ऊपर लहर चले जीवन की
नादां है जो बैठ किनारे, पूछे राह वतन की
चलना जीवन की कहानी, रुकना मौत की निशानी
होंगे राजे राजकुंवर, हम बिगडे दिल शहज़ादे
हम सिंघासन पर जा बैठें जब जब करें इरादे
सूरत है जानी पहचानी दुनियावालों को हैरानी