फिर कहीं कोई फूल खिला, चाहत ना कहो उसको - The Indic Lyrics Database

फिर कहीं कोई फूल खिला, चाहत ना कहो उसको

गीतकार - कपिल कुमार | गायक - मन्ना डे | संगीत - कानू रॉय | फ़िल्म - अनुभव | वर्ष - 1971

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फिर कहीं कोई फूल खिला
चाहत ना कहो उसको
फिर कहीं कोई दीप जला
मंज़िल ना कहो उसको
मन का समंदर प्यासा हुआ
क्यों किसीसे माँगे दुआ
लहरों का लगा जो मेला
तूफ़ां ना कहो उसको
देखे क्यों सब वो सपने
खुद ही सजाये जो हमने
दिल उनसे बहल जाए तो
राहत ना कहो उसको