फिर कभी - The Indic Lyrics Database

फिर कभी

गीतकार - मनोज मुन्तशिर | गायक - अरिजीत सिंग | संगीत - अमाल मलिक | फ़िल्म - एम. एस. धोनी - द अनटोल्ड स्टोरी | वर्ष - 2016

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ये लम्हा जो ठहरा है
मेरा है ये तेरा है
ये लम्हा मैं जी लूँ जरा
तुझ में खोया रहूँ मैं
मुझ में खोई रहे तू
खुदको ढूंढ लेंगे फिर कभी
तुझसे मिलता रहूँ मैं
मुझसे मिलती रहे तू
खुदसे हम मिलेंगे फिर कभी
फिर कभी
क्यों बेवजह गुनगुनाएँ
क्यों बेवजह मुस्कराएँ
पलकें चमकने लगी है
अब ख़्वाब कैसे छुपाएँ
बहकी सी बातें कर ले
हँस हँस के आँखें भर ले
ये बेहोशिया फिर कहाँ
तुझ में खोया रहूँ मैं
मुझ में खोई रहे तू
खुदको ढूंढ लेंगे फिर कभी
तुझसे मिलता रहूँ मैं
मुझसे मिलती रहे तू
खुदसे हम मिलेंगे फिर कभी
फिर कभी
दिल पे तरस आ रहा है
पागल कही हो ना जाये
वो भी मैं सुनने लगा हूँ
जो तुम कभी कह ना पाये
ये सुबह फिर आएगी
ये शामें फिर आएँगी
ये नजदीकियाँ फिर कहाँ
तुझ में खोया रहूँ मैं
मुझ में खोयी रहे तू
खुदको ढूंढ लेंगे फिर कभी
तुझसे मिलता रहूँ मैं
मुझसे मिलती रहे तू
खुदसे हम मिलेंगे फिर कभी
फिर कभी