रेशम की डोरी हो कहां जयहो - The Indic Lyrics Database

रेशम की डोरी हो कहां जयहो

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - साजन | वर्ष - 1969

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र: रेशम की डोरी होय
रेशम की डोरी
कहाँ जइहो निंदिया चुरा के चोरी-चोरी
रेशम की डोरी होय
रेशम की डोरी
हो कहाँ जइहो निंदिया चुरा के चोरी-चोरी
ल: रेशम की डोरी हाय
रेशम की डोरी
कहाँ जाऊँगी मैं तू है चन्दा मैं चकोरीपीपल की छैंयाँ हो
पीपल की छैंयाँ
हो तेरी-मेरी इक जिंदड़ी ओ मेरे सय्याँ
पीपल की छैंयाँ हो
पीपल की छैंयाँ
र: ओ छोड़ूँ मैं ज़माना
मैं ना छोड़ूँ तेरी बय्याँ
पीपल की छैंयाँ हाय
पीपल की छैंयाँल: ईमली के बूटे हो
ईमली के बूटे
कल क्यूँ न आये मैं न बोलूँ जाओ झूठे -२
र: बड़ा मज़ा आये मैं मनाऊँ और तू रूठे
और तू रूठे
कोठे पे आरी हाय
कोठे पे आरी
तेरे नाम कर दूँ जिया ले आ पटवारी
ल: कैसा पटवारी हो
कैसा पटवारी
ये तू मेरा मैं तेरी ये तो जाने दुनिया सारी
कैसा पटवारी हो
कैसा पटवारीपर्बत पे झरना हो
पर्बत पे झरना
कोई सुन लेगा चुपके-चुपके बातें करना -२
र: प्यार किया तो बदनामी से क्या डरना
क्या डरना
ल: कुर्ता मलमल का हो
कुर्ता मलमल का
आज तो जाती हूँ मैं ले-ले वादा कल का
कुर्ता मलमल का हाय
कुर्ता मलमल का
र: हो
कल का भरोसा क्या भरोसा नहीं पल का
कुर्ता मलमल का हाय
कुर्ता मलमल काअम्बर पे तारे हाय
अम्बर पे तारे
जीने नहीं देंगे तेरे नैना कजरारे -२
ल: जीना हो जिसे वो आये क्यूँ प्रीतम के द्वारे
प्रीतम के द्वारे
र: कि मिसरी की डलियाँ हाय
मिसरी की डलियाँ
प्यार में काँटे हैं ज़ियादा थोड़ी कलियाँ
ल: मिसरी की डलियाँ हो
मिसरी की डलियाँ
हो काँटे हों या कलियाँ पी की गलियाँ पी की गलियाँ
दो: हुं