कहानी बन गयी - The Indic Lyrics Database

कहानी बन गयी

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - खुर्शीद | संगीत - ज्ञान दत्त | फ़िल्म - NA | वर्ष - 1943

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कौन जीवन में मेरे समाये जा रहा है

कौन जीवन में मेरे समाये जा रहा है

कौन मन पे मेरे छाये जा रहा है

कौन जीवन में मेरे समाये जा रहा है

कौन बरखा की कालीकाली रात में

बन के साया चल रहा है साथ में

कौन दीपक बन के राह दिखला रहा है

कौन जीवन में मेरे समाये जा रहा है

कोई साथी न था कोई मीत ना था

मेरे सूनी वीना में कोई गीत ना था

कौन मीठे सुरों से ये गाये जा रहा है

कौन मन को मेरे लुभाये जा रहा है

कौन जीवन में मेरे समाये जा रहा है