दिल की आवाज में आंखियां मिला के जरा - The Indic Lyrics Database

दिल की आवाज में आंखियां मिला के जरा

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - परदेस | वर्ष - 1950

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prelude
र : दिल की आवाज़ में इतना तो असर हो जाये
मैं इधर आह करूँ उनको ख़बर हो जायेल : अँखियाँ मिला के ज़रा बात करो जी
चोरी-चोरी यूँ ना मुलाक़ात करो जीर : ओऽऽऽ दिल के ख़ज़ाने कोई आया है लुटाने
अजी दिन हैं सुहाने, चले आओ ना
ल : बनके निराले बड़े आये दिलवाले
ओजी ओजी भोलेभाले, हटो, जाओ ना
र : दिल में समाके ना ये घात करो जी
ल : चोरी चोरी यूँ ना ...ल : ओऽऽ छुप के न आओ, जाओ जाओ न सताओ
धुन प्यार की न गाओ परदेसियाँ
र : दिल मेरा गाये तुम्हें भाये के न भाये
अजी हमने तो दिल हाये दे दिया
ल : बतिया न ऐसे दिन रात करो जी
चोरी चोरी यूँ ना ...