हैया हु क्या मस्ती क्या जादू तु अलबेला ओ हो - The Indic Lyrics Database

हैया हु क्या मस्ती क्या जादू तु अलबेला ओ हो

गीतकार - समीर | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक, उदित नारायण | संगीत - जतिन, ललित | फ़िल्म - अलबेला | वर्ष - 2001

View in Roman

हइया हू हइया हू
हइया हू क्या मस्ती क्या जादू
मैं और तू क्या मस्ती क्या जादू
रोज़ कहां होती हैं दिलबर ऐसी मुलाकातें
आँखों आँखों में कर लें आओ दिल की बातें
हइया हू क्या मस्ती क्या जादू क्या जादू
आपकी सारी बातें अजब सी हैं
भूरी भूरी आँखें गज़ब की हैं
आपके जैसा चेहरा यहां कहां
गेसू हसीं सुनहरा यहां कहां
तू अलबेला ओ हो
मस्त अकेला ओ हो
तेरे जैसा कोई है कहीं ना कहीं ना
हां हइया हू क्या मस्ती ...क्या है मेरा फ़साना सुनो सुनो
टूटा है दिल दीवाना सुनो सुनो
मैं ये बात बताऊं किसे भला
दर्द-ए-जिगर दिखाऊं किसे भला
इन ज़ख्मों को ओ हो
उन लम्हों को ओ हो
याद करेंगे हम तो अब कभी ना कभी ना
ऐ हइया हू क्या मस्ती ...मैं हूं तेरी दीवानी मेरे सनम
तू है मेरी कहानी मेरे सनम
मैने तुझे ही सोचा तेरी कसम
मैने तुझे ही चाहा तेरी कसम
दिल में मेरे ओ हो
अरमां तेरे ओ हो
तेरे जैसा ना होगा कहीं ना कहीं ना
हइया हू क्या मस्ती ...