वादा रहा सनम, होंगे जुदा ना हम - The Indic Lyrics Database

वादा रहा सनम, होंगे जुदा ना हम

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - जतिन - ललित | फ़िल्म - अभिलाषा | वर्ष - 1968

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वादा रहा सनम, होंगे जुदा ना हम, चाहे ना चाहे जमाना
हमारी चाहतों का मिट ना सकेगा फसाना
कैसी उदासी तेरे चेहरे पे छाई
क्या बात है जो तेरी आँख भर आई
देखो तो क्या नजारे हैं, तुम्हारी तरह प्यारे हैं
हँसो ना मेरे लिए तुम, सभी तो ये तुम्हारे है, ओ जान-ए-जां
इन वादियों में यूँ ही मिलते रहेंगे
दिल में वफा के दिये जलते रहेंगे
ये मांगा है दुआओं में, कमी ना हो वफाओं में
रहें तेरी निगाहों में, लिखो ना इन फिजाओं में, ओ साजना