उल्झ गया जिया मेरा नैनों के जल में - The Indic Lyrics Database

उल्झ गया जिया मेरा नैनों के जल में

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - जादू | वर्ष - 1951

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उलझ गया जिया मेरा
नैनों के जाल में -२
बड़ी भोली थी आ गई मैं -२
बालम की चाल में
उलझ गया
उलझ गया जिया मेरा
नैनों के जाल में -२ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ
( मैने तो लाख चाहा
दिल ना लगाऊँ
दिल न लगाऊँ ) -२
( नजरों की मार भला
कैसे भुलाऊँ
कैसे भुलाऊँ ) -२
मैं पड़ गई
हाय रामा कैसे जंजाल में
मैं पड़ गई -२
हाय रामा कैसे जंजाल मेंउलझ गया जिया मेरा
नैनों के जाल में -२ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ
( बैठी हूँ पिया तुझे
मन में बसाये
मन में बसाये ) -२
( धड़के है दिल मेरा
निंदिया ना आये ) -२
तू बस गया
धीरे-धीरे मेरे ख़याल में
तू बस गया -२
धीरे-धीरे मेरे ख़याल मेंउलझ गया जिया मेरा
नैनों के जाल में -२
बड़ी भोली थी आ गई मैं
बालम की चाल में
उलझ गया