शाला जवांइयां मनें - The Indic Lyrics Database

शाला जवांइयां मनें

गीतकार - वाली साहब | गायक - नूरजहां | संगीत - गुलाम हैदर | फ़िल्म - गुल-ए-बकावाली (पंजाबी-फिल्म) | वर्ष - 1939

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( शाला जवानियाँ माणेँ
शाला जवानियाँ माणेँ
अखा ना मोड़ीं पी लै
अखा ना मोड़ीं पी लै पी लै ) -२
शाला जवानियाँ माणेँ( अखियाँ विच अखियाँ पा के
तौबा नूँ फाई ला के ) -२
पिघली हुई जन्नत पी जा -२
कलियाँ दी असमत पी जा -२
जी लै दो-चार दिहाड़े जी लै
जी लै दो-चार दिहाड़े जी लै जी लै
शाला जवानियाँ माणेँशाला जवानियाँ माणेँ
अखा ना मोड़ीं पी लै
अखा ना मोड़ीं पी लै पी लै
शाला जवानियाँ माणेँ( पगले मुँह-ज़ोर जवानी
मुड़-मुड़ के हथ नईं आनी ) -२
साक़ी तोँ फड़ पैमाना -२
पी लै सरमस्त ज़वाना
जी लै दो-चार दिहाड़े जी लै
जी लै दो-चार दिहाड़े जी लै जी लै
शाला जवानियाँ माणेँशाला जवानियाँ माणेँ
अखा ना मोड़ीं पी लै
अखा ना मोड़ीं पी लै पी लै
शाला जवानियाँ माणेँ