प्यार की क़सम है न देख ऐसे प्यार से - The Indic Lyrics Database

प्यार की क़सम है न देख ऐसे प्यार से

गीतकार - मजरूह | गायक - रफ़ी, आशा | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - दिल देके देखो | वर्ष - 1959

View in Roman

प्यार की क़सम है न देख ऐसे प्यार से
हो तू मेरा सनम है कहूँगी मैं पुकार के
प्यार की क़सम है
प्यार की अदा है ज़िन्दगी
ग़म की भी सदा है ज़िन्दगी
ओ ओ हो हो
हो ओ हो हो
ग़म सहूँगी चाह में तेरी
जी क़सम तो खाइए मेरी
तेरी क़सम चमन मेरी बहार के
प्यार की क़सम है
लब पे है खिला गुलाब सा
आँख में हसीन ख़्वाब सा
ओ ओ हो हो
हो ओ हो हो
जो हसीं न हो वह ख़्वाब क्या
खो न जाए वो शबाब क्या
कहे कि चल यही हैं दिन खुमार के
प्यार की क़सम है