जो बात तुझ में है तेरी तस्वीर में नहीं - The Indic Lyrics Database

जो बात तुझ में है तेरी तस्वीर में नहीं

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - रोशन | फ़िल्म - ताज महल | वर्ष - 1963

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जो बात तुझ में है, तेरी तस्वीर में नहीं
रंगों में तेरा अक्स ढला, तू न ढल सकी
साँसों की आँच, जिस्म की खुशबू ना ढल सकी
तुझ में जो लोच है, मेरी तहरीर में नहीं
बेजान हुस्न में कहाँ गुफ़्तार की अदा
इन्कार की अदा है, ना इकरार की अदा
कोई लचक भी जुल्फ-ए-गिरहगीर में नहीं
दुनिया में कोई चीज़ नहीं है तेरी तरह
फिर एक बार सामने आजा किसी तरह
क्या और एक झलक मेरी तकदीर में नहीं