जिया ओ, जिया ओ जिया कुछ बोल दो - The Indic Lyrics Database

जिया ओ, जिया ओ जिया कुछ बोल दो

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - जब प्यार किसी से होता है | वर्ष - 1961

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जिया ओ, जिया ओ जिया कुछ बोल दो
अरे ओ दिल का पर्दा खोल दो
जब प्यार किसीसे होता है
तो दर्द सा दिल मे होता है
तुम एक हसीन हो लाखों में
भला पाके तुम्हे कोई खोता है
जिया ओ, जिया ओ जिया कुछ बोल दो
नज़रो से जितने तीर चले
चलने दो जिगर पर झेलेंगे
इन प्यार की उजली राहों पर
हम जान की बाजी खेलेंगे
इन दो नैनो के सागर में
कोई दिल की नैया डुबोता है
जिया ओ, जिया ओ जिया कुछ बोल दो
तुम भी तो इस आग में जलते हो
चेहरे से बयाँ हो जाता है
हर बात पे आहें भरते हो
हर बात पे दिल थर्राता है
जब दिल पे छुरियाँ चलती है
तब चैन से कोई सोता है
जिया ओ, जिया ओ जिया कुछ बोल दो