गीतकार - समीर | गायक - लता मंगेशकर - अमित कुमार | संगीत - हिमेश रेशमिया | फ़िल्म - वादा | वर्ष - 2005
View in Romanउठे सबके कदम, देखो रम पम पम
अजी ऐसे गीत गाया करो
कभी ख़ुशी कभी ग़म, तरा रम पम पम
हँसो और हँसाया करो
वो प्यारे दिन और वो प्यारी राते
याद हमें हैं वो मुलाकाते
नहीं कोई ग़म मुझे नहीं है गिला
ज़िन्दगी के राह में मिला है जबसे तू
मेरे हमदम शबनम हम हैं
और तुम शोला बन जाया करो
रूप नया है, रंग नया है
जीने का तो जाने कहाँ ढंग गया है
किसे है फिकर, किसे क्या पसंद
प्यार के जहां में रजामंद जब हम तुम
तुम हम बन गए है सनम
बेधड़क मेरे घर आया करो