कभी पंघट पे आ जा - The Indic Lyrics Database

कभी पंघट पे आ जा

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - सुरैया, सुरिंदर कौर, मीना कपूर | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - प्यार की जीत | वर्ष - 1948

View in Roman

व: कैसे रैन कटी, मोरी आली

व: कैसे रैन कटी, मोरी आली

सच सच मुझे बताओ

फूल की बात छुपे न छुपाए

कह दो, मत शरमाओ

ज्यो: भाभी?

व: रानी?

ज्यो: छोड़ो मुझे न सताओ

व: छोड़ूँगी मैं तभी सखी जब

रात की बात सुनाओ

ज्यो: कहूँ?

व: कहो

ज्योति:

जैसे कि चाँदनी छिटक रही थी

तारा गण? इठलाते

मैं जाग रही थी, सो भी रही थी

चुपके चुपके वो आते थे

पवन था चलता मन्द मन्द

थरथर करता था अंग अंग

कैसे कहूँ, अब कैसे कहूँ

व: फिर?

ज्यो: वो छेड़ छेड़ मुसकाते थे

वहीदन:

ओ बड़भागिन सदा सुहागिन

नित नित ये सुख पाओ

ओ बड़भागिन सदा सुहागिन

नित नित ये सुख पाओ