कुछ कसमें हैं जवां कुछ वादें हैं हसीन - The Indic Lyrics Database

कुछ कसमें हैं जवां कुछ वादें हैं हसीन

गीतकार - प्रवीण भारद्वाज | गायक - अलका याज्ञनिक, सोनू निगम | संगीत - जतिन, ललित | फ़िल्म - आंखें | वर्ष - 2002

View in Roman

कुछ कस्में हैं जवाँ कुछ वादे हैं हसीं
कैसा है ये असर जादू है देखो हर कहीं
कुछ दिल में प्यास है और तू भी पास है
वो झुक गया आसमां लगता है चूमें ये ज़मीं
कुछ कस्में हैं ...जब चलती है ये प्यार की हवा
ये दिल वहीं पंछी बन के उड़ता है
और क्या होता है इस प्यार में बता
ये इश्क़ का तूफ़ां कैसे थमता है
छाई बेखुदी ये कैसी दिलकशी
चाहत की हर अदा कितनी है देखो शबनमी
कुछ दिल में प्यास है
दिल ही तो समझे है हो दिल की ज़ुबां
ना समझता है ना समझेगा ज़हाँहूँ डूब के मोहब्बत में कुछ तो पाएंगे
साहिल पे मोती होते हैं कहाँ
कुछ रिश्ते हैं नये कुछ बातें अनकही
बारिश है प्यार की आज भीगेगी दिल की ज़मीं
कुछ कस्में हैं ...