ज़ुल्फ़ों की कहानी है - The Indic Lyrics Database

ज़ुल्फ़ों की कहानी है

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - रफ़ी, लता | संगीत - लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल | फ़िल्म - नाइट इन लंदन | वर्ष - 1967

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night in london
ज़ुल्फ़ों की कहानी है जन्नत की निशानी है
नग़मों की जवानी है दिलक़श है सुहानी है
night in london ...
फिर कोई इशारा कीजिए फिर नज़ारा कीजिए
फिर महफ़िल आ जाए रंग पे
अभी तो जनाब आएगा शबाब अभी ज़रा है कमसिन
night in london ...
चाँद और बहारों के बिना देखिए सितारों के बिना
रोशन है रंगीं है रात ये
इसकी बहार इसपे निसार भरी जवानी के दिन
night in london ...