मुझे दे रहे हैं तसल्लियां जगजीत सिंह - The Indic Lyrics Database

मुझे दे रहे हैं तसल्लियां जगजीत सिंह

गीतकार - जिगर मुरादाबादी | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - गैर-फिल्मी | वर्ष - 1970

View in Roman

मुझे दे रहे हैं तसल्लियाँ वो हर एक ताज़ा पयाम से
कभी आ के मन्ज़र-ए-आम पर, कभि हट के मन्ज़र-ए-आम सेन ग़रज़ किसी से न वासता, मुझे काम अपने ही काम से
तेरे ज़िक्र से, तेरी फ़िक्र से, तेरी याद से, तेरे नाम सेमेरे साक़िया! मेरे साक़िया! तुझे मर्हबा! तुझे मर्हबा!
तू पिलाये जा, तु पिलाये जा, इसी चश्म-ए-जाम-ब-जाम सेतेरि सुभ-ओ-ऐश है क्या बला, तुझे ऐ फ़लक जो हो हौसला
कभी कर ले आ के मुक़ाबला, ग़म-ए-हिज्र-ए-यार की शाम से