नाच नाच परवाने जब तक शमा जले - The Indic Lyrics Database

नाच नाच परवाने जब तक शमा जले

गीतकार - तनवीर नकवी | गायक - कौसर परवीन | संगीत - खुर्शीद अनवर | फ़िल्म - अय्याज (पाकिस्तानी-फिल्म) | वर्ष - 1961

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नाच नाच परवाने जब तक शमा जले -२
खेल है ये बस एक रात का फिर न कहीं तू हाथ मले
नाच नाच परवानेनाच रही है फ़स्ल-ए-बहाराँ वजत में दुनिया सारी है
सर्व-ओ-समन पर दश्त-ओ-दमन पर कैफ़ का आलम तारी है
तू भी दमादम नाच छमाछम क्या जाने कब रात ढलेनाच नाच परवाने जब तक शमा जले
खेल है ये बस एक रात का फिर न कहीं तू हाथ मले
नाच नाच परवानेरात किसी के बस में नहीं है पल पल ढलती जायेगी
रोशनियों के रंग महल में हवा भी चलती जायेगी
आ पहुँची है सुबह की मंज़िल चाँद सितारे डूब चलेनाच नाच परवाने जब तक शमा जले
खेल है ये बस एक रात का फिर न कहीं तू हाथ मले