रात अंधेरी दर लागे - The Indic Lyrics Database

रात अंधेरी दर लागे

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - सहगान, आशा भोंसले | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - दुर्गेश नंदिनी | वर्ष - 1956

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रात अँधेरी डर लागे अकेली मोहे छोड़ न जाना जी
देखो जी देखो मोरे सैंय्या यह दिल मेरा तोड़ न जाना जीलेके न जाना मेरे दिल का क़रार, तू है मेरी बहार
मेरा कहता है प्यार
मैं ने किया है दिल तेरे हवाले, मोहे अपना बना ले
सुन मेरी पुकार
ओ मोरे सैंय्या पड़ूँ मैं तोरे पैंय्या, मोहे छोड़ न जाना जीमानो जी मानो पिया देखो इधर, इक मीठी नज़र
मेरे जान-ए-जिगर
कारी कारी रात जिया मोरा जगाये, मोहे निन्दिया ना आये
मैं न जाऊँ किधर
ओ मोरे राजा, क़सम मेरी आजा, मोहे छोड़ न जाना जी