तूत गयी मेरी मन की बिना - The Indic Lyrics Database

तूत गयी मेरी मन की बिना

गीतकार - तानसेन | गायक - पूर्णा सेठ, पंडरीनाथ कोल्हापुरे | संगीत - एस एन त्रिपाठी | फ़िल्म - संगीत सम्राट तानसेन | वर्ष - 1962

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टूट गयी, टूट गयी, टूट गयी
टूट गयी मेरी मन की बीना, टूट गयीकैसे सुर के साज सजाऊँ
कैसे सोये गीत जगाऊँ
टूटे तारो पर क्या गाऊँ
टूट गयी, टूट गयी, टूट गयी
टूट गयी मेरी मन की बीना, टूट गयीआ~
आ~मधुर मधुर संगीत सुनावो
गाओ रे, गाओ रे, गाओ रे, गाओ रे
झनन झनन सुर बजे बीन के
तार तार संग करे रंग रलियासुर सिंगार के साज सजे
मिरदंग चंद इक संग बजे
सुर तल संग झूमे अंग अंग
छिड़े राग रंग संग संग
तन में तरंग, मन में उमंग
अनुराग जगे
आ~
मधुर मधुर संगीत सुनाओ
झनन झनन सुर बजे बीन के
तार तार संग करे रंग रलिया
मधुर मधुर संगीत सुनावो
गाओ रे, गाओ रे, गाओ रे, गाओ रे