ऐ दिल मुझे ऐसी जगह ले चल जहाँ कोई ना हो - The Indic Lyrics Database

ऐ दिल मुझे ऐसी जगह ले चल जहाँ कोई ना हो

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - तलत महमूद | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - आरजू | वर्ष - 1950

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ऐ दिल मुझे ऐसी जगह ले चल जहाँ कोई ना हो
अपना-पराया, मेहराबां-नामेहराबां कोई ना हो
जा कर कहीं खो जाऊँ मैं, नींद आये और सो जाऊँ मैं
दुनिया मुझे ढूंढें मगर मेरा निशां कोई ना हो
उल्फ़त का बदला मिल गया, वो ग़म लूटा वो दिल गया
चलना है सब से दूर दूर, अब कारवा कोई ना हो