बड़ा कुशानसिब है जिस तु नसीब हैं - The Indic Lyrics Database

बड़ा कुशानसिब है जिस तु नसीब हैं

गीतकार - इन्दीवर | गायक - मुकेश | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - प्यासे पंछी | वर्ष - 1961

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बड़ा ख़ुशनसीब है जिसे तू नसीब है
उसे और चाहिए क्या जिसके तू क़रीब है
बड़ा ख़ुशनसीब ...सदक़े जाएँ तेरी नज़र के
तीर चलाएँ जी भर-भर के
जी उठें हम तुझपे मर के
हाल-ए-दिल ना पूछिए हाल-ए-दिल अजीब है
उसे और चाहिए ...हम तो कहाँ थे तेरे क़ाबिल
तेरा क़रम है तूने दिया दिल
ख़ुद ही चल के आ गई मंज़िल
वह तो बादशाह है भले ही ग़रीब है
उसे और चाहिए ...