मीत ना मिला रे मन का - The Indic Lyrics Database

मीत ना मिला रे मन का

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - सचिन देव बर्मन | फ़िल्म - अभिमान | वर्ष - 1973

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मीत ना मिला रे मनका
कोई तो मिलन का करो रे उपाय
चैन नहीं बाहर, चैन नहीं घर में
मन मेरा धरती पर और कभी अम्बर में
उसको ढूँढा हर डगर में हर नगर में
गली गली देखा नयन उठाए
रोज़ मैं अपने ही प्यार को समझाऊँ
वो नहीं आएगा मान नहीं पाऊँ
शाम ही से प्रेम-दीपक मैं जलाऊँ
फिर वोही दीपक दूं में बुझाए
देर से मन मेरा आस लिए डोले
प्रीतभरी बानी साज़ मेरा बोले
कोई सजनी एक खिड़की भी न खोले
लाख तराने रहा मैं सुनाये