तूने जहाँ बन कर एहसान क्या किया हैं - The Indic Lyrics Database

तूने जहाँ बन कर एहसान क्या किया हैं

गीतकार - आई सी कपूर | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - गोविंद राम | फ़िल्म - माँ क प्यार | वर्ष - 1949

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तू ने जहाँ बना कर एह्सान कया किया है
बस खेलने का अपने सामान कर लिया हैलेकिन तेरे खिलोने आँसू बहा रहे हैं
सुन ले पुकार उनकी तुझ को बुला रहे हैं
मरने की आर्ज़ू में कब तब कोई जिया हैगर तेरी ये थी ख़्वाहिश हम मुँह से कुछ न कहते
जो नाच तू नचाता बस नाचते ही रहते
मिट्टी के बुत बनाता ये दिल क्यों दे दिया है