मस्ती भर है सामान - The Indic Lyrics Database

मस्ती भर है सामान

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - लता मंगेशकर, मन्ना दे | संगीत - दत्ताराम | फ़िल्म - परवरिश | वर्ष - 1958

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म: मस्ती भरा है समाँ
हम-तुम हैं दोनों यहाँ
आँखों में आ जा दिल में समा जा
झूमें ज़मीं-आसमाँ
ल: मस्ती भरा है समाँ
हम-तुम हैं दोनों यहाँ
आँखों में आ जा दिल में समा जा
झूमें ज़मीं-आसमाँ
दो: मस्ती भरा है समाँल: ( नीली आँख मिला लो जी
दिल में आज छुपा लो जी ) -२
म: बाँहों में बाँहें डालो जी
गिर न जायें सम्भालो जी
भीगी हवाओं में ऐसी फ़िज़ाओं में
होश मुझे है कहाँल: मस्ती भरा है समाँ
हम-तुम हैं दोनों यहाँ
आँखों में आ जा दिल में समा जा
झूमें ज़मीं-आसमाँ
दो: मस्ती भरा है समाँम: ( प्यार से प्यार सजाये चल
मन की प्यास बुझाये चल ) -२
ल: प्यार का राग सुनाये चल
दिल का साज़ बजाये चल
पंछी भी गायेंगे, सबको सुनायेंगे
तेरी-मेरी दास्ताँम: मस्ती भरा है समाँ
हम-तुम हैं दोनों यहाँ
आँखों में आ जा दिल में समा जा
झूमें ज़मीं-आसमाँ
दो: मस्ती भरा है समाँ
आऽ