मौला मौला रे, शुक्र तेरा मौला रे - The Indic Lyrics Database

मौला मौला रे, शुक्र तेरा मौला रे

गीतकार - स्वानंद किरकिरे | गायक - रिचा शर्मा - कुणाल गांजावाला | संगीत - अजय-अतुल | फ़िल्म - सिंघम | वर्ष - 2011

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रोशन है ये ज़मीन आसमान सब इश्क के दम से
ढलते हैं दिन और रात इश्क के ही दम से
खुशियों के बेशुमार बेहिसाब से सिक्के खनके
दिल की अब हर मुराद इश्क के ही दम से
तू है मेरा खुदा, अब न होना जुदा
कर दे करम के दिल यह चैन पायेगा
मौला मौला रे, शुक्र तेरा मौला रे
रूबरू हुआ है मेरा यार
सजदे में तेरे ही झुक जाऊं मैं सदा
तेरी ही बाहों में हो जाऊं लापता
छय्या हो धुप हो रास्ता भी हो नया
हमको अब कैसा डर संग जो है तू चला
अब तेरे सारे ही गम हैं मेरे
अब मेरी खुशियाँ तेरी हैं सदा
तू है मेरा खुदा अब न होना जुदा
कर दे करम के दिल यह चैन पायेगा
मौला मौला रे शुक्र तेरा मौला रे
रूबरू हुआ है मेरा यार