जरा बच के ओ बाली बाख के - The Indic Lyrics Database

जरा बच के ओ बाली बाख के

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - आशा भोंसले, महेंद्र कपूर | संगीत - रवि | फ़िल्म - प्यार का बंधन | वर्ष - 1963

View in Roman

र : ज़रा बच के ओ बलिए बच के
कहीं पतली क़मर न लचके
ठुमक ना रुक-रुक के
आ : सुन हुक़्म है ये सरकारी
छिन जाएगी नम्बरदारी
ना तक मुझे झुक-झुक केर : तेरे दो नैनों के मारे दर पे मारे फेरे
के आजा खिड़की में
आ : ज़रा सोच के बातें करना भला आशिक़ का क्या मरना
जो मर जाए झिड़की में
र : ज़रा बच के ...तेरा क़द है सरू का बूटा गोरे रंग ने तेरे दिल को लूटा
मेरा तो सारा जग बैरी हो गया
आ : ख़ुश रहती जो होती काली गोरे रंग ने मुसीबत डाली
कि सारा जग बैरी हो गया
र : ज़रा बच के ...बनूँ मैं इक दिन दूल्हा जले मेरे भी घर चूल्हा
ओ रब हो तो ऐसा हो -२
आ : जुड़े दिल से दिल का काँटा मुझे मिल जाए तुझसा बाँका
गज़ब हो तो ऐसा हो
र : ज़रा बच के ...