चाहे कोई खुश हो चाहे गालियां हजार दे - The Indic Lyrics Database

चाहे कोई खुश हो चाहे गालियां हजार दे

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, जॉनी वॉकर | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - टैक्सी चलाने वाला | वर्ष - 1954

View in Roman

चाहे कोई खुश हो चाहे गालियाँ हज़ार दे
मस्त राम बन के ज़िंदगी के दिन गुज़ार देपी के धाँधली करे तो मुझको जेल भेज दो
सूँघने में क्या है ये जवाब थानेदार देभाव अगर बढ़ा भी डाले सेठ यार ग़म न कर
खाये जा मजे के साथ जब तलक़ उधार देधत् तेरे की!
हवा निकल गया
जैक् लगाओ
चक्का, पहिया, पम्पिंग्बाँट कर जो खाये उसपे अपनी जान ओ दिल लुटा
अरे जो बचाये माल उसको जूतियों का हार दे