आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे ... आन मिलो - The Indic Lyrics Database

आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे ... आन मिलो

गीतकार - साहिर | गायक - गीता, मन्ना डे | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - देवदास | वर्ष - 1955

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आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे ... आन मिलो
आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे, बृज में अकेली राधे खोई-खोई फिरे
म: ओ राधे खोई-खोई फिरे, ओ कान्हा आन मिलो
गी, म: ओ ... आन मिलो आन मिलो ...

गी: बृंदावन की गलियों में तुम बिन जियरा ना लागे
म: ओ ... जियरा ना लागे
गी: निस दिन तुम्हारी बाट देखे व्याकुल नैना भागे
म: व्याकुल नैन भागे ...
गी: अब ही ऐसी दशा है मन की क्या होवै फिर आगे रे
बृज में अकेली राधे खोई-खोई फिरे
म: ओ राधे खोई-खोई फिरे
ओ कान्हा आन ...

गी: आज न काहे जमुना तीरे मुरली मधुर बजाई
म: ओ ... मुरली मधुर बजाई
गी: आज न काहे सखियां के संग हिल-मिल रास रचाई
म: ओ ... मिल-मिल रास रचाई
गी: हमार आंगन छोड़ के तोहे कौन नगरिया भाई रे
बृज में अकेली ...

गी: अजहुं न भेजे रे मोहन तैने कोई खबरिया (2)
म: ओ ... तैने कोई खबरिया
गी: हो गई है ये बृज कि बाला रो-रो कर बावरिया
म: रो-रो कर बावरिया
गी: धीर बंध जा ... धीर बंध जा
मुख दिखला जा नट नागर सांवरिया रे
बृज में अकेली राधे ...$