कहीं प्रीत से भरा कोई गीत गा रहा - The Indic Lyrics Database

कहीं प्रीत से भरा कोई गीत गा रहा

गीतकार - पंडित इंद्र | गायक - गीता, तलत | संगीत - घंतसाला | फ़िल्म - पाताल भैरवी | वर्ष - 1952

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कहीं प्रीत से भरा कोई गीत गा रहा
कहीं प्रीत से भरा
अँखियाँ मिला मिला मुझको बुला रहा
(जियारा उमंग में)
कहीं प्रीत से भरा
जहाँ नैन मिल गये, वहाँ प्राण खिल गये
जहाँ नैन मिल गये
मेरे अंग अंग में कोई छा रहा
(मनवा तरंग में)
जहाँ नैन मिल गये
(ये चंद्रमा ये चाँदनी ये कलियाँ ये लता)
लहरा के मन का मेरे दे रहे पता
कहीं प्रीत से भरा
(ओ चंद्रमा ओ चाँदनी ओ कलियाँ ओ लता)
मेरी प्रीत का सन्देसवा दो उसे बता
जहाँ नैन मिल गये, वहाँ प्राण खिल गये
जहाँ नैन मिल गये