फिर मिलेंगी कहां ऐसी तनाहैयां - The Indic Lyrics Database

फिर मिलेंगी कहां ऐसी तनाहैयां

गीतकार - नक्श लायलपुरी | गायक - आशा भोंसले, मुकेश | संगीत - जयदेव | फ़िल्म - भावना | वर्ष - 1972

View in Roman

मु : फिर मिलेंगी कहाँ
आ : क्या
मु : ऐसी तनहाइयाँ
आ : क्यूँ
मु : फिर मिलेंगी कहाँ ऐसी तनहाइयाँ -२
पूछती है नज़र ऐ हसीं हमसफ़र ( क्या इरादा है ) -४
आ : देखकर ये फ़िज़ा दिल मचलने लगा -२
मैं भी पूछूँ अगर ऐ हसीं जादूगर ( क्या इरादा है ) -४
देखकर ये फ़िज़ा ...मु : उफ़ ये नाज़-ओ-अदा हाय ये बाँकपन
चाँदनी में नहाया सा गोरा बदन
आँखों से ढल रहा है नशा ही नशा -२
होश में कोई कैसे रहे जान-ए-मन
आ : देखकर ये फ़िज़ा ...को : सखी लो प्यार हुआ चोरी से इकरार हुआ चोरी से
दिल बँध ही गए इस डोरी से
पिया ने अपने पास बुलाकर कहा यह नटखट गोरी सेमु : क्या इरादा है -४आ : बात दिल की सुनो फूल कोई चुनो -२
फिर तमन्ना की डाली झुके न झुके -२
लेके रंगीनियाँ कौन जाने यहाँ -२
ये बहारों का मौसम रुके न रुके
मु : फिर मिलेंगी कहाँ ...