चंदन का पलना - The Indic Lyrics Database

चंदन का पलना

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - हेमंत कुमार | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - शबाब | वर्ष - 1954

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संगीत है शक्ति ईश्वर की
हर सूर में बसे हैं राम
रागी जो सुनाये राग मधुर
रोगी को मिले आराम
चंदन का पलना रेशम की डोरी
झूला झुलाऊँ निंदिया को तोरी
सो जा तू ऐसे मोरी सजनिया
सजिया पे सोए जैसे दुल्हनिया
चन्दा का टीका माथे लगाऊँ
तारों की माला तुझको पिन्हाऊँ
तोहे सुलाऊँ गा गा के लोरी
झूला झुलाऊँ निंदिया को तोरी
ऊँचे गगन से कोई बुलाए
आई हैं परियां डोला सजाए
साजन से मिलने दूर चली जा
उड़के तू निंदिया फुर चली जा
चन्दा पुकारे आजा चकोरी
झूला झुलाऊँ निंदिया को तोरी